भारत-पाक तनाव के बीच 10 मई की सुबह पाकिस्तान ने अमृतसर में ड्रोन व हथियारों से हमला किया. भारतीय सेना ने बताया है कि ये ड्रोन गिरा दिए गए और यह उकसाने की साज़िश है. वहीं, फिरोज़पुर में कुछ नागरिक घायल हुए हैं. सेना ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है.

 

नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अब भी जारी है. भारतीय सेना के मुताबिक़, शनिवार सुबह (10 मई) को पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन और अन्य हथियारों से हमले किए गए.

इसके अलावा 9-10 मई की दरमियानी रात 26 जगहों पर ड्रोन देखे गए. पाकिस्तान ने फिरोज़पुर में नागरिक इलाक़े पर भी हमला किया है.

सुबह-सुबह पाकिस्तान का हमला

इंडियन आर्मी के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पब्लिक इनफार्मेशन ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा है, ‘पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों और अन्य हथियारों के ज़रिये जानबूझकर तनाव बढ़ाने की कोशिश जारी है. शनिवार सुबह लगभग 5 बजे, अमृतसर के खस्सा कैंट के ऊपर कई दुश्मन सशस्त्र ड्रोन देखे गए. हमारी वायु रक्षा इकाइयों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन ड्रोन को मार गिराया.’

सेना ने अपने संकल्प को दोहराते हुए आगे लिखा है, ‘भारत की संप्रभुता का उल्लंघन और नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डालने की पाकिस्तान की यह नापाक कोशिश कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भारतीय सेना दुश्मन की हर साज़िश को नाकाम करेगी.’

फिरोज़पुर में नागरिक इलाक़े पर हमला

इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात किए एक एक्स पोस्ट में बताया, ‘पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर 26 स्थानों पर ड्रोन गतिविधि देखी गई है, जिनमें कुछ सशस्त्र ड्रोन होने की आशंका है. इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोज़पुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुवारबेट और लखी नाला शामिल हैं.’

मंत्रालय ने आगे लिखा है, ‘दुर्भाग्य से, फिरोज़पुर में एक सशस्त्र ड्रोन ने नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाया, जिससे एक स्थानीय परिवार के कुछ सदस्य घायल हो गए. उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है और सुरक्षा बलों ने इलाके को सुरक्षित कर लिया है. भारतीय सशस्त्र बल उच्च स्तर की सतर्कता बनाए हुए हैं. हर ड्रोन गतिविधि पर नजर रखी जा रही है और आवश्यकतानुसार कार्रवाई की जा रही है.’

रक्षा मंत्रालय ने सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिकों से अपील की है कि वे घरों के भीतर रहें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन करें.

‘घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता और सावधानी ज़रूरी है.’ मंत्रालय ने कहा है.

 

Source: The Wire hindi