
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के डच प्रसारक को दिए इंटरव्यू की एक क्लिप साझा करते हुए पूछा है कि पाकिस्तान की निंदा करने में किसी अन्य देश ने भारत का समर्थन क्यों नहीं किया और किसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से युद्धविराम में मध्यस्थता करने के लिए कहा था.
नई दिल्ली: विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार (23 मई) को कहा कि भारत की विदेश नीति ‘ध्वस्त’ हो गई है.
उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के डच प्रसारक एनओएस को दिए साक्षात्कार की एक क्लिप साझा की और उनसे यह बताने के लिए कहा कि भारत को पाकिस्तान के साथ क्यों जोड़ा गया है, पाकिस्तान की निंदा करने में किसी अन्य देश ने भारत का समर्थन क्यों नहीं किया और किसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से युद्धविराम में ‘मध्यस्थता’ करने के लिए कहा.
एक्स पर एक बयान में राहुल गांधी ने साक्षात्कार की एक क्लिप साझा की, जिसमें जयशंकर से ट्रंप के दावों पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा जा रहा था कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद चार दिनों के तनावपूर्ण सैन्य संघर्ष के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच घोषित युद्धविराम में ‘मध्यस्थता’ की थी.
तब से भारत ने यह कहा है कि दोनों देशों के बीच शत्रुता समाप्त करने का निर्णय ‘द्विपक्षीय’ रूप से लिया गया था, लेकिन उसने ट्रंप के उन दावों का कोई सीधा संदर्भ नहीं दिया जिनमें दोनों देशों को परमाणु युद्ध के कगार से वापस लाना और युद्ध विराम के लिए व्यापार का उपयोग करना शामिल है.
गांधी ने कहा, ‘क्या जे.जे. बताएंगे: भारत को पाकिस्तान के साथ क्यों जोड़ दिया गया है? पाकिस्तान की निंदा करने में एक भी देश ने हमारा साथ क्यों नहीं दिया? ट्रंप को भारत और पाकिस्तान के बीच ‘मध्यस्थता’ करने के लिए किसने कहा? भारत की विदेश नीति ध्वस्त हो गई है.’
हालांकि गांधी ने यह नहीं बताया कि ‘जे.जे.’ का क्या मतलब है, लेकिन कांग्रेस के नेता जयशंकर को ‘जयचंद जयशंकर’ के रूप में संदर्भित कर रहे हैं, जो कि ‘पृथ्वीराज रासो’ कविता का संदर्भ है, जिसमें राजपूत शासक जयचंद को दूसरे राजपूत शासक पृथ्वीराज चौहान के खिलाफ मुहम्मद गौरी के साथ गठबंधन करते हुए दिखाया गया है.
जयशंकर से गांधी के ये सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक्स पर कई सवाल पूछने के एक दिन बाद आए हैं.
गुरुवार (22 मई) को राहुल गांधी ने 12 मई को मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की एक क्लिप शेयर करते हुए लिखा था, ‘मोदीजी, खोखले भाषण देना बंद करें. बस मुझे बताएं: आपने आतंकवाद पर पाकिस्तान के बयान पर विश्वास क्यों किया? ट्रंप के सामने झुककर आपने भारत के हितों की कुर्बानी क्यों दी? आपका ख़ून सिर्फ़ कैमरों के सामने ही क्यों गरम होता है? आपने भारत के सम्मान से समझौता कर लिया!’
इससे पहले 17 मई को गांधी ने कहा था कि जयशंकर की चुप्पी ‘निंदनीय’ है. उन्होंने पूछा था, ‘हमने कितने भारतीय विमान खो दिए क्योंकि पाकिस्तान को पता था? यह कोई चूक नहीं थी. यह एक अपराध था. और देश को सच्चाई जानने का हक है.’
गांधी ने एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें जयशंकर पत्रकारों से कह रहे थे कि ऑपरेशन सिंदूर की ‘शुरुआत में’ पाकिस्तान को एक संदेश भेजा गया था.
वीडियो में जयशंकर कहते सुने जा सकते हैं, ‘ऑपरेशन की शुरुआत में हमने पाकिस्तान को संदेश भेजा था कि हम बुनियादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं, सेना पर नहीं, इसलिए सेना के पास इस प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करने का विकल्प है. उन्होंने अच्छी सलाह न लेने का विकल्प चुना.’
भाजपा का पलटवार
इस बीच, शुक्रवार को भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गांधी पर निशाना साधा और उनके बयानों को सशस्त्र बलों के मनोबल को नुकसान पहुंचाने वाला बताया.
भाटिया ने कहा, ‘जब ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, तब राहुल गांधी लापरवाह बयान दे रहे हैं. वह पूछ रहे हैं कि कितने आईएएफ जेट विमान गिराए गए हैं. 11 मई को एक प्रेस वार्ता के दौरान एयर मार्शल भारती ने कहा, ‘हम युद्ध की स्थिति में हैं, हमारे लिए उस सवाल का जवाब देना समझदारी नहीं है. राहुल गांधी पाकिस्तान के साथ बातचीत में व्यस्त हैं कि कैसे भारत और सेना के मनोबल को कमजोर किया जाए. वह इस पर ध्यान नहीं देते और पूछते हैं कि कितने जेट विमान खो गए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘आज पाकिस्तान की वरिष्ठ नेता मरियम नवाज ने बयान दिया कि 6 और 7 मई की रात और 9 मई को भारत की कार्रवाई के कारण पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा. पाकिस्तान खुद स्वीकार कर रहा है कि हमारे सशस्त्र बलों ने नौ आतंकवादी पैड और 11 हवाई ठिकाने नष्ट कर दिए. ऐसे समय में विपक्ष के नेता और ‘निशान ए पाकिस्तान’ राहुल गांधी क्या कह रहे हैं?’
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को तय करना चाहिए कि वह किस तरफ रहना चाहते हैं.
Source: The Wire