
साल 2021 में होने वाली जनगणना छह साल की देरी से साल 2027 में होगी. गृह मंत्रालय ने 16 जून को राजपत्र जारी कर सूचित किया है कि जनगणना के लिए संदर्भ तिथि 1 मार्च 2027 की मध्यरात्रि होगी.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर अगली जनगणना की तिथि घोषित कर दी है. तय कार्यक्रम से छह साल की देरी से यह जनगणना अब 2027 में कराई जाएगी.
गृह मंत्रालय ने 16 जून को राजपत्र जारी कर सूचित किया कि जनगणना के लिए संदर्भ तिथि 1 मार्च 2027 की मध्यरात्रि होगी. यह तिथि लद्दाख, जम्मू-कश्मीर के असमकालिक बर्फीले क्षेत्रों और हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड को छोड़कर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होगी.
इन इलाकों के लिए जनगणना की संदर्भ तिथि 1 अक्टूबर 2026 की मध्यरात्रि तय की गई है.
अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया गया है कि केंद्र सरकार द्वारा साल 2019 के मार्च में घोषित 2021 में होने वाली जनगणना अब रद्द मानी जाएगी.
इस अधिसूचना पर भारत के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त मृत्युंजय कुमार नारायण के हस्ताक्षर हैं.
वर्ष 2027 में होने वाले जनगणना में जातिगत आंकड़े भी शामिल किए जाएंगे, जो लगभग सभी विपक्षी दलों की प्रमुख मांगों में से एक रही है.