
बीते 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. अब सामने आई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के दोनों इंजन उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड बाद बंद हो गए थे.
नई दिल्ली: बीते 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या एआई 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच की 15 पृष्ठों की प्रारंभिक रिपोर्ट में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने खुलासा किया है कि विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के दोनों इंजन अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड बाद हवा में बंद हो गए थे.
शनिवार आधी रात को जारी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दुखद दुर्घटना में कुल पांच इमारतें प्रभावित हुईं और उन्हें भारी नुकसान पहुंचा. इस दुर्घटना में विमान भी नष्ट हो गया और 260 लोगों की जान चली गई, जिनमें विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोग शामिल थे. एक यात्री, जो एक ब्रिटिश नागरिक थे, चमत्कारिक रूप से दुर्घटना में बच गए.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘विमान ने लगभग 08:08:42 UTC पर 180 नॉट्स IAS की अधिकतम दर्ज की गई हवाई गति प्राप्त की और उसके तुरंत बाद इंजन 1 और इंजन 2 के ईंधन कटऑफ स्विच 01 सेकेंड के अंतराल में एक के बाद एक RUN से CUTOFF स्थिति में परिवर्तित हो गए. इंजन N1 और N2 के टेक-ऑफ मान कम होने लगे क्योंकि इंजनों को ईंधन की आपूर्ति बंद कर दी गई थी.’
08:09:05 पर ‘मेडे’ (आपातकालीन संकट की घोषणा) कॉल किया गया.
रिपोर्ट में पाया गया कि कॉकपिट की वॉयस रिकॉर्डिंग में एक पायलट को दूसरे से यह पूछते हुए भी सुना जा सकता है कि उन्होंने ईंधन क्यों बंद कर दिया, जिस पर दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि उन्होंने ऐसा नहीं किया. हवाई अड्डे से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज में उड़ान भरने के तुरंत बाद शुरुआती ऊंचाई की तरफ बढ़ने के दौरान ही रैम एयर टर्बाइन (आरएटी) को सक्रिय होते हुए दिखाया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ईंधन नियंत्रण स्विच, जो विमान के इंजनों में ईंधन के प्रवाह को बढ़ाने या कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, वह किसी के द्वारा ही किया जाता है, और उनका अपने आप हिल पाना लगभग असंभव है.
प्रारंभिक जांच में यह भी पाया गया कि फ्लैप की स्थिति 5 डिग्री पर थी – जो टेक-ऑफ़ फ्लैप सेटिंग के अनुरूप है. उड़ान में मौसम संबंधी कोई समस्या नहीं थी और विमान का टेक-ऑफ़ वज़न ‘दी गई परिस्थितियों के लिए स्वीकार्य सीमा के भीतर’ था. विमान में कोई ‘खतरनाक सामान’ नहीं था.
इसने दुर्घटना का कारण पक्षियों की गतिविधि होने की संभावना को भी खारिज कर दिया. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘फ्लाइट के आसपास कोई महत्वपूर्ण पक्षी गतिविधि नहीं देखी गई. विमान ने हवाई अड्डे की दीवार पार करने से पहले ही ऊंचाई खोनी शुरू कर दी थी.’
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि प्रारंभिक रिपोर्टें अधूरी हो सकती हैं और केवल मूल तथ्य प्रस्तुत कर सकती हैं.
जांच की प्रगति के संबंध में रिपोर्ट में कहा गया है कि ड्रोन फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी सहित मलबा स्थल की गतिविधियां पूरी हो चुकी हैं, और मलबे को हवाई अड्डे के पास एक सुरक्षित क्षेत्र में ले जाया गया है. दोनों इंजन घटनास्थल से बरामद कर लिए गए हैं.
अग्रिम EAFR से डाउनलोड किए गए EAFR डेटा का विस्तृत विश्लेषण किया जा रहा है. चालक दल और यात्रियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का संपूर्ण विश्लेषण किया जा रहा है ताकि एयरोमेडिकल निष्कर्षों को इंजीनियरिंग मूल्यांकन के साथ पुष्ट किया जा सके.
यह निष्कर्ष निकाला गया कि जांच के इस चरण में B787-8 (बोइंग) और/या GE GEnx-1B (GE एयरोस्पेस) इंजन संचालकों और निर्माताओं के लिए कोई अनुशंसित कार्रवाई नहीं है.
बोइंग, एयर इंडिया ने जारी किया बयान
रिपोर्ट के कुछ घंटे बाद जांच के घेरे में आई विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने एक बयान जारी किया.
बोइंग के अध्यक्ष और सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने कहा, ‘एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 171 में सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के प्रियजनों और अहमदाबाद में प्रभावित सभी लोगों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है. मैंने एयर इंडिया के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन से बात करके उन्हें अपना पूरा समर्थन देने की पेशकश की है, और बोइंग की एक टीम भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के नेतृत्व में जांच में सहयोग के लिए तैयार है.
बयान में कहा गया है, ‘संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन प्रोटोकॉल के अनुपालन में बोइंग एयर इंडिया फ्लाइट 171 के बारे में जानकारी देने के लिए भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) पर निर्भर रहेगा.’
एयर इंडिया ने भी प्रारंभिक रिपोर्ट को स्वीकार किया और कहा कि वह ‘नियामकों सहित हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रही है.’
एयर इंडिया ने कहा, ‘एयर इंडिया AI171 दुर्घटना से प्रभावित परिवारों और लोगों के साथ एकजुटता से खड़ी है. हम इस क्षति पर शोक व्यक्त करते हैं और इस कठिन समय में सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.’
Source: The Wire