50 साल बाद: आपातकाल का अघोषित, और कहीं तीखा संस्करण

1975 का आपातकाल इतिहास में स्याह अध्याय के रूप में दर्ज है. लेकिन आज का अघोषित आपातकाल और भी अधिक गंभीर है, क्योंकि यह लोकतंत्र का चोला पहन कर उसका…

कटाक्ष: ये लो मिट गयी ग़रीबी!

दुनिया का ध्यान इधर-उधर की लड़ाइयों में लगा देखकर, मोदी जी ने चुपके से पीछे से गरीबी को मिटा दिया। इसी को कहते हैं, आपदा में अवसर खोजना। सारी दुनिया…

तिरछी नज़र: विमान दुर्घटना और सरकार जी की फ़ोटो!

मैं गारंटी से कहता हूँ, ऐसा फ़ोटो न भूत में किसी सरकार जी का खिंचा है और न ही भविष्य में खिंचने की उम्मीद है। अहमदाबाद में बहुत ही दुःखद…

चुनाव आयोग ने ‘दुरुपयोग’ का हवाला देते हुए 45 दिनों बाद मतदान संबंधी फुटेज आदि नष्ट करने को कहा

चुनाव आयोग ने राज्य निर्वाचन अधिकारियों को भेजे एक पत्र में मतदान प्रक्रिया के दौरान रिकॉर्ड किए गए सीसीटीवी, वेबकास्टिंग और अन्य वीडियो फुटेज को 45 दिनों के बाद नष्ट…

महात्मा गांधी का मोदी को पत्र: तुम गाजा पर चुप क्यों रहे?

अगर आज महात्मा गांधी होते, तो वे फिलिस्तीनियों जैसे पीड़ित समुदायों के प्रति भारत की चुप्पी पर क्या कहते? राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा मानो गांधी की आत्मा को शब्द…

जनगणना 2027: कैसे होगी इस बार की जनगणना, और क्या है 2011 से बड़ा फर्क

जनगणना आमतौर पर दो चरणों में संपन्न होती है. पहला चरण मकान सूचीकरण और आवास गणना का होता है, जबकि दूसरा चरण जनसंख्या गणना का. इनके बीच कुछ महीनों का…

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