सुलगता मणिपुर, कराहता फ़िलिस्तीन और धर्मांध राजनीति: कहां हुआ न्याय इस बरस

यह साल चुनावों का साल रहा, लेकिन चुनावी रैलियों से मणिपुर की हिंसा गायब रही. बस्तर में मुठभेड़ होते रहे लेकिन दिल्ली बैठी आवाज़ें ख़ामोश रहीं. अन्य देशों में भी…

‘ईश्‍वर अल्‍लाह तेरो नाम’: ताकि बची रहे देश की समावेशी और साझा संस्‍कृति

पटना में इस भजन पर हंगामा करने जैसा कुछ नहीं था पर वास्‍तविकता यही है कि हंगामा हुआ। लोकगायिका को इस भजन के लिए माफ़ी मांगनी पड़ी। हाल ही में…

नहीं रहे आर्थिक सुधारों, आरटीआई के प्रणेता; पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन

मूल रूप से अर्थशास्त्री रहे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक ज़ाहिर करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि डॉ. सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सुधारने…

पुस्तक अंश: चार्ली चैप्लिन की आत्मकथा

चार्ली चैप्लिन दुनिया के महानतम फिल्मकारों में शुमार हैं. उन्होंने अभिनय और निर्देशन, दोनों ही विधाओं में कीर्तिमान स्थापित किए. उनकी फिल्मों को आज भी याद किया जाता है.  …

थैंक्यू शाह जी! देश को नर्क में डाल आपने स्वर्ग का रास्ता बताया

हमारे गृहमंत्री जी ने संसद में स्वर्ग प्राप्ति का फार्मूला बता दिया है। जीते जी भले ही नर्क में बीते पर मरने के बाद स्वर्ग मिले।  रविवार की सुबह हो…

75 साल बाद भारतीय संविधान कहां है?

आज़ादी के आंदोलन ने भारत को समृद्ध विविधताओं वाले बहुलतावादी राष्ट्र के रूप में देखा, वहीं जो लोग (आरएसएस) आज़ादी के आंदोलन से दूर खड़े थे, उन्होंने सभ्यता को हिंदू…

संविधान पर बहस : बोले तो बहुत मगर बताने के लिए कम छुपाने के लिए ज़्यादा बोले

संविधान पर हुई बहस में प्रधानमंत्री मोदी लगभग दो घंटा बोले मगर ठीक वही बात नहीं बोले जो बोलनी थी।  संविधान पर हुई बहस में प्रधानमंत्री मोदी लगभग दो घंटा…

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